प्राचीन काल से ही जहां-जहां आबादी बसती गई, वहां परंपरागत ढंग से जलस्रोत के साधन के रूप में तालाबों का निर्माण किया जाता रहा है। निस्तारी और सिंचाई के साधन के रूप में आज भी तालाबों की महत्ता बरकरार है। आधुनिक दौर में जलस्रोतों के उन्नत रूप में बोरिंग और नलकूप की मौजूदगी के बावजूद […]
गेहूं की किस्में, सिंचाई और कीट प्रकोप से रोकथाम
गेहूं फसल की बुआई के लिए खेत की तैयारी करते समय किसान भाई आड़ी तिरछी जुताई कर खेत को समतल करें। पानी की बचत हेतु खेत को 15 से 20 मीटर की लंबाई के प्लाट बनाकर बुआई करें। एक से दो सिंचाई का पानी होने पर अमृता, सुजाता, हर्षिता आदि किस्मों की बुआई करें एवं […]
पाले से बचाव के लिए किसान करे ये उपाय…
रबी की फसलों में फूल बनने या बालियां फलियां बनते समय शीतकाल में जब तापमान शून्य डिग्री से नीचे सेल्सियस के नीचे गिर जाता है तथा हवा रूक जाती है, तो रात्रि में पाला पडऩे की संभावना रहती है, जिसमें पौधे पर उपस्थित नमी बर्फ का रूप ले लेती है और पौधे की पोषक तत्व […]
समृद्ध खेती-किसानी से प्रेरित होकर गांव के कई किसानों ने खुदवाया कुंआ…
कुंआ निर्माण की वजह से किसान कमल की दिनो-दिन समृद्ध होती खेती-किसानी और मुनाफे को देखकर ग्राम पंचायत झिरिपानी के 30-35 किसानों ने भी अपने खेतों में कुंए का निर्माण कराकर अब बेहतर तरीके से फसलों का उत्पादन के साथ-साथ नगदी फसलों की भी खेती करने लगे हैं। इससे किसानों की आमदनी लगभग 30 से […]
सौर सुजला योजना से एक बेहतर जीवन की और अग्रसर हो रहे किसान
सौर सुजला योजना अंतर्गत जशुपर जिले के दूरस्थ अंचल क्षेत्रों में लोगों को सिंचाई के साधन और पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सौलर पम्प स्थापित किये जा हरें हैं। आश्रम, छात्रावासों में भी सोलर पम्प से पेयजल की आपूर्ति की जा रही हैं। जशपुर जिला वानांचल क्षेत्र होने के कारण यहॉ सौलर पम्प सार्थक हो […]
रबी मक्का की बुआई का समय नजदीक…तो रखें कुछ बातों का ध्यान
कृषि संचालनालय के कृषि वैज्ञानिकों ने प्रदेश के किसानों को कृषि कार्य हेतु सामयिक सलाह दी है कि मौसम पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले दिनों में हल्के से बादल छाए रहने की संभावना है, और अधिकतम तापमान 29 से 30 से. तथा न्यूनतम तापमान 14 से 170 से एवं आद्र्रता 75 से 85 प्रतिशत रहने […]
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर ग्रामीणों ने की हल्दी की खेती और…
म.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन श्योपुर के संकुल बरगंवा का ग्राम दुबड़ी जिले से 80 किलोमीटर दूर स्थित 65 परिवारों की बस्ती वाले दुबडी ग्राम के अधिकतर लोगो की आजीविका कृषि केन्द्रित हैं तथा यहॉ प्रत्येक परिवार के पास 05 से 10 बीघा तक कृषि भूमि है। जब यहॉ कार्य प्रारम्भ किया। साथ ही लोग […]
इस राज्य में मिला लाख की खेती को कृषि का दर्जा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप राज्य शासन द्वारा लाख उत्पादक कृषकों के हित में अहम् निर्णय लिया गया है। इसके तहत अब छत्तीसगढ़ में लाख की खेती को कृषि का दर्जा मिल गया है। राज्य शासन के इस महत्वपूर्ण निर्णय के तहत कुसुम, पलाश, बेर आदि वृक्षों तथा सेमियालता आदि फसलों पर लाख […]
देश का 73 प्रतिशत लघु वनोपज खरीद कर ये राज्य रहा देश में नंबर वन…
छत्तीसगढ़ राज्य आज लघु वनोपज के संग्रहण के मामले में देश का अव्वल राज्य बन गया है। देश का 73 प्रतिशत वनोपज क्रय कर छत्तीसगढ़ राज्य में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। छत्तीसगढ़ देश का एकमात्र राज्य है, जहां 52 प्रकार के लघु वनोपज को समर्थन मूल्य पर क्रय किया जा रहा है। इससे […]
धान संग्रहण केंद्र में बने पक्के चबूतरे…
मनरेगा के अभिसरण से धान संग्रहण केंद्रों में बनाए गए पक्के चबूतरे इस साल धान को नमी, बारिश और चूहों से बचा रहे हैं। कोरिया जिले के दूरस्थ विकासखण्ड भरतपुर के गाँव कंजिया में भी मनरेगा और 14वें वित्त आयोग की राशि के अभिसरण से संग्रहण केंद्र में पक्के चबूतरे बनाए गए हैं। इन चबूतरों […]