मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान राज्य शासन की एक महात्वाकांक्षी योजना है। जिसके तहत् 02 से 06 वर्ष तक के कुपोषित बच्चों को सही मात्रा में पोषणयुक्त आहार प्रदान करने के लिए शासन द्वारा बच्चों को अण्डे खिलाने के निर्देश दिए हैं। जिसके तहत् जिले में प्रतिमाह 02 से 06 वर्ष तक के 8161 बच्चों को अण्डा उपलब्ध कराया जाना है। जिसके लिए प्रतिमाह 78998 अण्डों की आवश्यकता होती थी एवं इन सभी अण्डों को अन्य राज्यों से आयात कराया जाता था। जिससे कई बार आपूर्ति में कमी हो जाने से अण्डों के वितरण में समस्या आती थी। जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने सुपोषण अभियान के माध्यम से लोगों को रोजगार दिलाने एवं अण्डा उत्पादन में जिले को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से कुकाडग़ारकापाल में अण्डा उत्पादन ईकाई की स्थापना की गई। इस ईकाई के माध्यम से तीन महिला स्व-सहायता समूहों की 30 महिलाओं को जोड़कर उन्हें रोजगार प्रदान किया जा रहा है। इस केन्द्र से उत्पादित अण्डों के वितरण एवं संकलन के लिए इस केन्द्र को उड़ान महिला कृषक प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड चिखलपुटी से जोड़ा गया है। इस कम्पनी द्वारा उत्पादन केन्द्र से अण्डों को लेकर मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत् महिला बाल विकास विभाग के वितरण केन्द्रों तक पहुंचाया जाता है।
इस केन्द्र द्वारा अप्रैल माह में अब तक कोण्डागांव परियोजना-02 को 2190 अण्डे, कोण्डागांव परियोजना-03 को 3730 अण्डे, कोण्डागांव परियोजना-01 को 4290 अण्डे, फरसगांव परियोजना को 1140 अण्डे, बड़ेराजपुर परियोजना को 5480 अण्डे एवं केशकाल परियोजना को 5430 अण्डे उपलब्ध कराए गए हैं। इस प्रकार अप्रैल माह में अब तक कुल 22240 अण्डों की आपूर्ति इस केन्द्र द्वारा की गई है। अब तक के कुल अण्डा उत्पादन से महिला समूहों को 66 लाख 35 हजार रूपये की राशि प्राप्त हुई है तथा इससे समूहों के सदस्यों को प्रतिदिन 200 रूपये की मजदूरी प्राप्त हो रही है। इसके अतिरिक्त उड़ान महिला कृषक प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड चिखलपुटी द्वारा महिला बाल विकास विभाग को सूखा राशन भी उपलब्ध कराया जा रहा है। जिससे अब तक 01 करोड़ 12 लाख रूपये का सूखा राशन आंगनबाडिय़ों को उपलब्ध कराया जा चुका है।
सुपोषण अभियान के लिए महिला समूह कर रहीं अण्डों का उत्पादन
