प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना राजनांदगांव के ग्राम रेंगाकठेरा के किसान भागवतराम वर्मा के लिए सुरक्षा कवच बनी। किसान श्री भागवत राम वर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत खरीफ वर्ष 2019-20 में 8.447 हेक्टेयर रकबा का बीमा कराया था। जो कि वर्षा के अनियमितता के कारण पूरा रकबा 8.447 हेक्टेयर रकबा तथा फसल मौसमी परिस्थितियों से प्रभावित हुआ। जिसका सीधा असर फसल की उत्पादकता पर पड़ा। परिणामस्वरूप फसल का थ्रेसॉल्ड उपज 2123 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर के विरूद्ध औसत उत्पादन 327.247 किलो ग्राम प्रति हेक्टेयर प्राप्त हुआ।
किसान भागवत राम वर्मा ने बताया कि इस परिस्थति में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना मेरे परिवार के लिए मददगार साबित हुई। फसलों के उपज में नुकसान होने के कारण फसल बोनी लागत राशि भी निकाल पाना मुश्किल था। परंतु क्षतिपूर्ति दावा राशि के रूप में बीमा आवरण राशि 2 लाख 59 हजार 004 रूपए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से प्राप्त हुआ है। दावा राशि प्राप्त होने के बाद मैं आर्थिक रूप से सुरक्षित हुआ तथा अगली फसल के लिए बीज व खाद तथा खेत की तैयारी करने हेतु साधन जुटा पाया। यदि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना नहीं होता तो मुझे एवं मेरे साथ-साथ अन्य किसान भाईयों को बड़ी एवं आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता। उन्होंने शासन को इस मदद के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
किसान समृद्धि योजना से सविता तिवारी के जीवन में आई खुशहाली
शासन की किसान समृद्धि योजना लघु एवं सीमांत किसानों के जीवन में खुशहाली ला रही है। राजनांदगांव के ग्राम धरमपुर के किसान श्रीमती सविता तिवारी ने बताया कि वे 12वीं पास है और उनके खेती-किसानी में विशेष रूचि है।
किसान श्रीमती सविता तिवारी ने कहा कि किसान समृद्वि योजना लघु एवं सीमांत किसानों के लिए छश्रीसगढ़ शासन द्वारा किया गया सराहनीय कार्य है। खेत में नलकूप खनन कराने एवं पंप लगाने के लिए लागत राशि को वहन कर पाना छोटे किसानों के लिए कठिन है। किसान श्रीमती सविता तिवारी के परिवार में 5 सदस्य हैं तथा खेती के लिए 1.288 हेक्टेयर भूमि है। जिससे प्राप्त होने वाले फसल उत्पादन का विक्रय कर ही अपनी आर्थिक आवश्यकताएं पूरा करते रहे, परन्तु खेत में सिंचाई का निश्चित साधन न होने कारण एक बार ही फसल लेते थे। वर्ष 2019 में कृषि विभाग के माध्यम से किसान समृद्धि योजना की जानकारी मिली और श्रीमती तिवारी द्वारा अपने खेत में नलकूप के लिए आवेदन किया गया तथा खनन और पंप स्थापना के लिए 25 हजार रूपए का शासकीय अनुदान राशि प्राप्त हुआ। वर्तमान में महिला किसान श्रीमती तिवारी के खेत में सिंचाई जल की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है व इनके द्वारा धान के बाद रबी में चना फसल भी लिया जा रहा है। जिससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी के साथ ही कृषि के क्षेत्र में आगेे बढऩे का एक नया अवसर प्राप्त हुआ है।